आजकल स्कैम के नये-नये ढंग प्रचलित हो गए हैं ।बाज़ार तो आपको ठगने के लिये पहले ही बैठा था ; वो क्या कम था जो अब ऑनलाइन स्कैम करते हुए ठगी शुरू हो गई ।ख़रीद-फ़रोख़्त ,ए.टी.एम., नक़ली बैंक कॉल्स और अब पहचान छिपा कर आपके इमोशंस के साथ खिलवाड़ करते हुए ब्लैकमेलिंग ।
टेक्निकल जानकारी के अभाव में या कहिए कि अगर आप अतिरिक्त सावधान नहीं रहते तो ये ठग या शिकारी आपको निशाना बना सकते हैं ।ये तो ढूँढ ही रहे होते हैं कि कौन कमजोर टारगेट किया जाये ।बड़ी चतुराई से से नये-नये तरीक़े निकालते हैं जैसे कहेंगे कि आपकी बिजली का बिल जमा नहीं हुआ है , अमुक तारीख़ तक आपकी बिजली कट जाएगी , जल्दी पैसे भरिए , आप अगर कहेंगे हमने भर दिया था तो ये कहेंगे कि अपडेट नहीं हुआ बिल ।आप अपने फ़ोन पर चेक करने जाएँगे , आपका अकाउंट खुलते ही उनके सामने आपके सारे डीटेल्स खुल जाते हैं , वो फ़ौरन आपका सारा जमा पैसा विद्ड्रा करने की कोशिश करते हैं ।कभी तो घबरा कर आप ख़ुद ही उनके नम्बर पर पैसे भेज देते हैं ।यहाँ तक कि ये ठग आपके किसी रिश्तेदार की आवाज़ में आपसे बात करके किसी की बीमारी या कोई और किसी भी तरह की मजबूरी बता कर पैसे जमा कराने को कहेंगे ।आजकल वॉइस क्लोनिंग भी होने लगी है । इसलिए कभी भी किसी अपरिचित संदेश या नंबर से आई कॉल पर एकदम से यक़ीन न करें ।सिक्के का दूसरा पहलू भी देखें ।
पिछले दिनों तो एक पढ़ी-लिखी लड़की को इक्कीस दिनों तक डिजिटली लॉक रखने का मामला प्रकाश में आया था । आपके नाम से कोई इल्लीगल पैकेट पकड़ा गया है , डराते-धमकाते हैं कि पैसे भरिए ।आपके किसी रिश्तेदार की पिटाई या पुलिस केस की बात करेंगे ।यहाँ तक कि पुलिस का सेट अप भी बना कर रखते हैं ।पूरी तैयारियाँ की होती हैं इन लोगों ने अपने इस इल्लीगल धन्धे के लिए ।
कितनी ही नक़ली साइट्स कुक्कुरमुत्तों की तरह उग आईं हैं ।इनमें शॉपिंग वाली साइट्स भी हैं और प्रचलित साइट्स के लिए कस्टमर केयर वाली साइट्स भी हैं ।पासपोर्ट लॉगिन के लिए भी नक़ली साइट्स हैं । आप अगर नक़ली साइट्स पर पहुँच जाते हैं तो ये आपका पैसा रिफ़ंड कराने के नाम पर आपका अकाउण्ट नंबर जानने की कोशिश करेंगे ।समय रहते सावधान हो जाइए ।
हैकर्स नक़ली पहचान , नक़ली चेहरे और नाम के साथ ग्रुप्स जॉइन करते हैं । फिर आपको दोस्ती की रिक्वेस्ट भेजते हैं ।आपके बारे में बात करके आपकी कमजोर नस जानने की कोशिश करते हैं । फिर फ़ोन नंबर शेयर करते हैं ।कॉन्फ़िडेंस में लेते हैं और एक दिन खेल खेल जाते हैं ।अभी कुछ सालों से ये लोग सेक्स स्कैम कर रहे हैं ।आपके दोस्त बन कर वाट्स एप पर वीडियो रिकॉर्ड करेंगे ।ये वीडियो किसी लेवल का भी हो सकता है यानि जितना आप इमोशनल फूल बने या जितना आप उसके झाँसे में आये । वीडियो कॉल के दूसरी तरफ़ एक दिमाग़ नहीं , कम से कम दो से चार की संख्या तक मेल , फ़ीमेल्स हो सकते हैं ।इनका अगला कदम होता है वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए आपका बैंक बैलेंस ख़ाली करना ।इनके पास नक़ली इंस्पेक्टर भी होंगे । यहाँ जो डर गया वो मर गया ।क्योंकि आप सामाजिक डर से न तो इनकी शिकायत दर्ज करवा पाते हैं और न ही कोई और एक्शन ले पाते हैं । ऊपर से ये लोग हैं ही फर्जी नाम , पते , नम्बर और चेहरे के साथ ।कमजोर मन और कमजोर चरित्र का युवा या सीनियर कोई भी इनका शिकार हो सकता है ।ये सनक तो बहुत महँगी पड़ सकती है ।सारी युवा पीढ़ी फ़ेसबुक छोड़ चुकी है ; इनस्टा , थ्रेड वग़ैरह दूसरे ऐप्स पर जा रही है ।क्योंकि इस पर अब अधेड़ शौक़ फ़रमा रहे हैं ।इसलिए सोच समझ कर और पारखी नज़र रखते हुए दोस्त बनाइए ।किसी भी अपरिचित को अपनी लिस्ट में शामिल मत करिए भले ही आपकी हॉबीज़ मिलती हों ।
शालीनता के साथ ज़िन्दगी जियें ।जिस बात पर किसी से भी नज़र चुरानी पड़े उसे कर के क्या फ़ायदा ।कहते हैं भगवान हर जगह मौजूद है ; आज गूगल बाबा हर जगह देख रहा है , आप क्या साइट्स देख रहे हैं , इसे बखूबी मालूम है । जरा सोचिए ,क्यों आपके सामने वैसे ही वीडियोज़ या रील्स प्रस्तुत होने लगते हैं जैसे लिंक्स आप एक बार खोल लेते हैं ।ये मत समझिए कि आप अपनी सर्च हिस्ट्री डिलीट कर लेते हैं तो अब किसी को पता नहीं चलेगा ।आपका हर एक्ट कहीं मैमोरी में रेकॉर्ड हो रहा है ; इसलिए आप लाख चाहें इसकी नज़र से बच नहीं सकते ।
हैकर्स से बचने के लिए कहीं भी अपने बैंक एकाउंट्स की जानकारी शेयर मत कीजिए , OTP मत बताइए , सर्वसुलभ मत होइए ।दूसरों को दोष देने से पहले ख़ुद को सुरक्षित साइड रखिए ।हैकर्स द्वारा टेक्नोलॉजी का ये इस्तेमाल तो विध्वसंक है ।ग़लत तरीक़ा ग़लत ही होता है । बकरे की अम्मा कब तक खैर मनायेगी ।